घातक कोरोना वायरस (Coronavirus disease – COVID-19) के संक्रमण की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या 24,000 से भी ऊपर पहुँच गयी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने इस बीमारी को एक महामारी घोषित कर दिया है। अगर हमें कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकना है, तो इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। इन लक्षणों को पहचानकर ही हम कोरोना वायरस को काबू में कर उस पर जीत पा सकते हैं।
कोरोना वायरस के मुख्य लक्षण और इससे बचने के उपाय: कोरोना वायरस का सबसे मुख्य लक्षण है तेज बुखार का आना। बच्चों और वयस्कों में अगर यह बुखार 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंच जाता है, तभी चिंता करने की ज़रूरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 प्रतिशत लोगों को बुखार आना, 68 प्रतिशत लोगों को खांसी और कफ की शिकायत होना, 38 प्रतिशत लोगों को थकान होना, 18 प्रतिशत लोगों को सांस लेने में तकलीफ होना, 14 प्रतिशत लोगों को शरीर और सिर में दर्द होना, 11 प्रतिशत लोगों को ठंड लगना और 4 प्रतिशत लोगों में डायरिया होने के लक्षण पाए जाते हैं। नाक बहना (running nose) कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है।
आइए अब कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से जानते हैं…
1. आख़िर क्या है ये कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस है, जिसका संक्रमण होने पर जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ होने तक की समस्या हो सकती है। यह एक नया वायरस है और इस वायरस को पहले कभी भी नहीं देखा गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण चीन के वुहान में दिसंबर के महीने में प्रारंभ हुआ था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, बुखार आना, खांसी होना, और सांस लेने में तकलीफ होना इस वायरस के प्रमुख लक्षण हैं। इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका या वैक्सीन अभी तक नहीं बने हैं।
2. क्या हैं कोरोना वायरस के लक्षण?
इस बीमारी के लक्षण फ्लू से काफ़ी मिलते-जुलते हैं। इसका संक्रमण होने पर जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश होने जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। कोरोना वायरस बड़ी तेज़ी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। यही वजह है कि दुनिया भर में इसको लेकर बहुत सावधानियाँ बरती जा रही हैं। कुछ मामले ऐसे भी हैं जिनमें कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है— मुख्य रूप से अधिक उम्र के लोग और वो लोग जो पहले से ही डायबिटीज़, अस्थमा, और हार्ट की बीमारी का सामना कर रहे हैं।
3. क्या हैं इस बीमारी से बचने के तरीके?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके अनुसार, हाथों को बार-बार साबुन से धोना चाहिए। इसके लिए हम एल्कोहल पर आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। खांसते और छीकते समय अपनी नाक और मुंह पर रूमाल या टिश्यू पेपर रखें, और उन्हें ढककर रखें। जिन लोगों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण दिखाई दें, उनसे एक से दो मीटर की दूरी बनाकर रखें। इस समय जितना हो सके, अंडे और मांस के सेवन से बचें। साथ ही जंगली जानवरों के संपर्क में भी न आएँ।
कोरोना वाइरस की पहचान करने के लिए इन लक्षणों पर गौर करने की आवश्यकता है…
- तेज बुखार का आनाः यदि किसी व्यक्ति को सूखी खांसी के साथ तेज बुखार की भी शिकायत है, तो उसे एक बार अपनी मेडिकल जांच जरूर करानी चाहिए। अगर आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है, तो उसे बुखार नहीं माना जा सकता। लेकिन यदि तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंच जाता है, तभी इसकी चिंता करने की ज़रूरत है।
- कफ और सूखी खाँसी आना: ऐसा देखा गया है कि कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर कफ होता है, लेकिन संक्रमित व्यक्ति को अक्सर सूखी खांसी आती है।
- सांस लेने में समस्या होना: एक व्यक्ति को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर सांस लेने में समस्या हो सकती है। दरअसल यह समस्या फेफड़ो में फैलते हुए कफ की वजह से होती है।
- फ्लू–कोल़्ड जैसे लक्षणों का होना: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, व्यक्ति में कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में लेने में परेशानी होने के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं।
- उल्टी और डायरिया होना: कोरोना वाइरस से संक्रमित लोगों में उल्टी और डायरिया के लक्षण भी देखे गए हैं। लगभग 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण देखे गए हैं।
सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी होना: बहुत से मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में सूंघने और स्वाद की क्षमता में कुछ कमी आ जाती है।