हमारा शरीर लगातार विभिन्न प्रकार की बीमारियों के वाहक विषाणुओं और जीवाणुओं के हमलों को झेलता रहता है। जैसे आजकल पूरा विश्व कोरोना वाइरस के हमले को झेल रहा है, और इससे बचने की कोशिशों में दिन-रात लगा हुआ है। अगर हमें इन हमलों को नाकाम करना है, तो हमें अपने शरीर का किला यानी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करनी ही होगी। वैसे अपने शरीर के इस किले को मजबूत करना कोई बहुत ज्यादा मुश्किल काम नहीं है। आइए देखते हैं हम इसे कैसे हासिल कर सकते हैं:
1. जल
जल एक प्रकार की प्राकृतिक औषधि है। शुद्ध जल के प्रचुर मात्रा में सेवन करने से हमारे शरीर में जमा हुए कई तरह के विषैले तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं, और इस प्रकार शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पीने वाला पानी या तो सामान्य तापमान पर होना चाहिए, या फिर थोड़ा कुनकुना। फ्रिज के ठंडे पानी के सेवन से हमेशा बचना ही चाहिए।
2. रसदार फल
मौसमी, संतरा आदि रसदार फलों में खनिज लवण तथा विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में इनकी एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप चाहें तो पूरे फल खाएँ, या फिर अगर चाहें, तो इनका रस निकालकर उसका सेवन करें। हां, एक बात का ध्यान रखें, रस में नमक या शकर न मिलाएं।
3. गिरीदार फल
गिरीदार फलों का सेवन सर्दी के मौसम में काफ़ी फायदेमंद होता है। रातभर इन फलों को भिगोकर रखने व सुबह खाने से आधे घंटे पहले दूध या चाय के साथ लेने से शरीर को बहुत लाभ मिलता है।
4. अंकुरित अनाज
कुछ अंकुरित अनाज (जैसे चना, मूंग, मोठ, आदि) तथा भीगी हुई दालों का अधिक से अधिक सेवन करें। इन अनाजों को अंकुरित करने से इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों की क्षमता काफ़ी बढ़ जाती है। ये पचने में आसान और पौष्टिक होने के साथ-साथ स्वादिष्ट भी होते हैं।
5. सलाद
भोजन के साथ सलाद का प्रयोग ज़्यादा से ज़्यादा करें। शरीर में भोजन का पाचन पूर्ण रूप से हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए सलाद का सेवन ज़रूर करें। मूली, गाजर, पत्तागोभी, प्याज, चुकंदर, ककड़ी, टमाटर, आदि को अपने सलाद में ज़रूर शामिल करें। इनमें प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला नमक हमारे शरीर के लिए पर्याप्त होता है। इसलिए सलाद में ऊपर से और नमक न डालें।
6. चोकर सहित अनाज
गेहूं, बाजरा, मक्का, ज्वार जैसे अनाजों का सेवन चोकर सहित करें। इससे फ़ायदा ये होगा कि इससे कब्ज नहीं होगी, तथा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता हमेशा चुस्त-दुरुस्त रहेगी।
7. तुलसी
तुलसी के पौधे का धार्मिक महत्व अपनी जगह है, लेकिन इसके साथ ही यह एक एंटीबायोटिक और दर्द निवारक है, और हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी बहुत फायदेमंद है। तुलसी के इन फायदों के लिए रोज सुबह तुलसी के 3-5 पत्तों का सेवन ज़रूर करें।
8. योग
योग व प्राणायाम हमारे शरीर को रोगमुक्त और स्वस्थ रखने में एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमें इनके किसी एक्सपर्ट से इन्हें सीखकर रोज़ाना घर पर इनका अभ्यास करना चाहिए।
9. हंसना भी जरूरी है
हंसने से हमारे शरीर का रक्त संचार सुचारु होता है, और इस तरह हमारा शरीर ऑक्सीजन अधिक मात्रा में ग्रहण करता है। अगर हम तनावमुक्त होकर हंसते हैं, तो इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने में मदद काफ़ी मिलती है।